नई दिल्ली, 5 जून।
देश में कोविड-19 संक्रमण के मामलों में एक बार फिर से तेजी देखी जा रही है। पिछले 24 घंटों में 564 नए कोरोना मामले दर्ज किए गए हैं, जिसके साथ सक्रिय मामलों की कुल संख्या बढ़कर 4,866 हो गई है। इस दौरान 7 संक्रमित मरीजों की मौत भी हुई है।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, महाराष्ट्र में तीन, दिल्ली और कर्नाटक में दो-दो मरीजों की मौत हुई है। मृतकों में से छह बुजुर्ग थे जिन्हें मधुमेह (डायबिटीज), उच्च रक्तचाप (हाई ब्लड प्रेशर) और निमोनिया जैसी बीमारियां पहले से थीं। जबकि एक मृतक पांच महीने का बच्चा था, जिसे सांस की गंभीर तकलीफ थी।
विशेषज्ञों के अनुसार, 2025 में कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी मुख्य रूप से चार नए वेरिएंट्स के कारण हो रही है—
एलएफ.7 (LF.7), एक्सएफजी (XFG), जेएन.1 (JN.1) और एनबी.1.8.1 (NB.1.8.1)।
इनमें एनबी.1.8.1 को हाल ही में भारत में पाया गया एक नया सब-वेरिएंट माना गया है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के तकनीकी सलाहकार समूह ने इसे “मॉनिटरिंग के तहत वेरिएंट” (Variant Under Monitoring) के रूप में वर्गीकृत किया है। इसका अर्थ है कि इस वेरिएंट में महत्वपूर्ण जैविक परिवर्तन तो हैं, लेकिन अभी तक इसका महामारी पर सीधा प्रभाव स्पष्ट नहीं हुआ है।
विशेषज्ञों का सुझाव है कि लोगों को अब भी सतर्क रहने, भीड़-भाड़ से बचने, और यदि आवश्यक हो तो मास्क पहनने तथा हाथों की स्वच्छता बनाए रखने की सलाह दी जाती है।