कोलकाता, 20 मई।
पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले के तीन हफ्तों बाद तृणमूल कांग्रेस ने कश्मीर की जमीनी स्थिति का जायजा लेने के लिए एक पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को जम्मू-कश्मीर भेजने का निर्णय लिया है। यह दौरा 21 मई से 23 मई तक चलेगा, जिसमें टीम श्रीनगर, पुंछ और राजौरी का दौरा करेगी।
इस प्रतिनिधिमंडल का गठन पार्टी प्रमुख ममता बनर्जी के निर्देश पर किया गया है। राज्यसभा में पार्टी के नेता डेरेक ओ’ब्रायन इस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे। उनके साथ सांसद नदीमुल हक, पत्रकार से नेता बनीं सागरिका घोष, पूर्व सांसद ममता ठाकुर और पश्चिम बंगाल सरकार के मंत्री मानस भुइंया शामिल होंगे।
तृणमूल कांग्रेस के आधिकारिक एक्स (पूर्व ट्विटर) हैंडल से इस दौरे की जानकारी साझा करते हुए बताया गया कि प्रतिनिधिमंडल आतंकवाद से प्रभावित परिवारों से मुलाकात करेगा और उनके प्रति संवेदना व्यक्त करेगा। साथ ही यह टीम घाटी में मौजूदा सुरक्षा स्थिति और पर्यटन पर पड़ रहे असर का भी आंकलन करेगी।
गौरतलब है कि पहलगाम हमले के बाद कश्मीर घाटी में पर्यटकों की संख्या में भारी गिरावट देखी गई है। हमले के पश्चात सुरक्षा एजेंसियों की सक्रियता बढ़ गई है, खासतौर पर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद घाटी में तनाव की स्थिति बनी हुई है।
पार्टी सूत्रों के अनुसार, प्रतिनिधिमंडल अपनी यात्रा पूरी करने के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को एक विस्तृत रिपोर्ट सौंपेगा। हालांकि, पार्टी नेतृत्व के निर्देश के चलते प्रतिनिधिमंडल के किसी भी सदस्य ने फिलहाल मीडिया से बातचीत नहीं की है।
यात्रा के दौरान प्रतिनिधिमंडल न केवल कश्मीर घाटी, बल्कि जम्मू और कश्मीर के अन्य संवेदनशील क्षेत्रों का भी दौरा करेगा, ताकि समग्र और निष्पक्ष रिपोर्ट तैयार की जा सके।