शिमला, 05 जून।
हिमाचल प्रदेश में बीते 24 घंटों के दौरान तेज बारिश और अंधड़ के बाद मौसम में धीरे-धीरे सुधार देखने को मिल रहा है। गुरुवार को शिमला, मनाली और अन्य ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बादल छाए रहे, जबकि मैदानी इलाकों में धूप और छांव का मिला-जुला असर दिखाई दिया।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार अगले 24 घंटों में कुछ क्षेत्रों में मौसम खराब बना रह सकता है, लेकिन अब किसी विशेष चेतावनी की आवश्यकता नहीं है। विभाग ने जानकारी दी है कि 7 जून से 11 जून तक पूरे प्रदेश में मौसम शुष्क और साफ रहने की संभावना है। इस अवधि में तापमान में तेजी से बढ़ोतरी हो सकती है, खासकर मैदानी क्षेत्रों में गर्मी दोबारा तीव्र रूप से महसूस की जाएगी।
बीते दिनों की बारिश से जहां पहाड़ी इलाकों में ठंडक बनी हुई है, वहीं मैदानों में लोगों को कुछ हद तक गर्मी से राहत मिली है।
पिछले 24 घंटों में कई जिलों में अच्छी वर्षा दर्ज की गई है। सबसे अधिक 59 मिमी बारिश कांगड़ा जिले के नगरोटा सूरियां में हुई। इसके अलावा शिलारू में 20 मिमी, कुफरी में 14 मिमी, गुलेर में 13 मिमी, शिमला में 12 मिमी, कोटखाई और काहू में 11-11 मिमी, करसोग में 10 मिमी और अन्य स्थानों पर भी मामूली वर्षा दर्ज की गई।
कुछ स्थानों पर तेज हवाओं ने जनजीवन को प्रभावित किया। कुकुमसेरी, सियोबाग और ताबो जैसे इलाकों में तेज अंधड़ चला। तापमान में औसतन 4.6 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई, जो जून के लिहाज़ से असामान्य मानी जाती है।
शिमला का न्यूनतम तापमान 10.4 डिग्री, मनाली का 9.3 डिग्री, केलांग का 4.8 डिग्री और कल्पा का 6.4 डिग्री दर्ज किया गया। अन्य स्थानों में न्यूनतम तापमान 13 से 21 डिग्री के बीच रहा।
विभाग ने यह भी बताया कि जून के अंतिम सप्ताह में राज्य में दक्षिण-पश्चिम मानसून की पहली दस्तक संभव है।
उधर, चम्बा जिले के साच पास में हुई बर्फबारी के चलते फंसे सभी पर्यटकों को प्रशासन ने सफलतापूर्वक रेस्क्यू कर लिया है। पहले 35 और फिर बुधवार शाम तक शेष 10 पर्यटकों को सुरक्षित बाहर निकाला गया।
चंबा के उपायुक्त मुकेश रेपसवाल ने लोगों से अपील की है कि वे ऊंचाई वाले क्षेत्रों की यात्रा से पहले मौसम की ताजा जानकारी अवश्य लें और उसके अनुसार ही यात्रा की योजना बनाएं।