जयपुर, 8 मई — पाकिस्तान में स्थित आतंकी ठिकानों पर भारतीय वायुसेना की एयर स्ट्राइक के बाद देशभर में सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा कर दिया गया है। पाकिस्तान की सीमा से सटे राजस्थान में विशेष चौकसी बरती जा रही है। राज्य सरकार ने एहतियात के तौर पर बॉर्डर से लगे छह जिलों—जोधपुर, फलोदी, जैसलमेर, बाड़मेर, श्रीगंगानगर और बीकानेर—में स्कूलों, आंगनबाड़ियों और कई कॉलेजों को बंद करने का आदेश दिया है।

जोधपुर में पूर्ण ब्लैकआउट और कॉलेज बंद
जोधपुर में न केवल स्कूल बल्कि सभी कॉलेजों को भी बंद कर दिया गया है। यह आदेश 8 मई से अगले आदेश तक लागू रहेगा। बुधवार रात 12 बजे से गुरुवार सुबह 4 बजे तक शहर में पूर्ण ब्लैकआउट किया गया, जिसमें पूरे शहर की बिजली आपूर्ति रोक दी गई। इस दौरान पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों की गश्त लगातार जारी रही।
उड़ानों पर असर, रेलवे और स्वास्थ्य सेवाएं सतर्क
बीकानेर, किशनगढ़ और जोधपुर एयरपोर्ट्स से 10 मई तक सभी उड़ानें स्थगित कर दी गई हैं, जबकि जयपुर एयरपोर्ट से भी कुछ उड़ानें रद्द की गई हैं। इंडिगो एयरलाइंस ने बीकानेर की सभी उड़ानों को 10 मई तक निरस्त कर दिया है। उत्तर-पश्चिम रेलवे ने सुरक्षा के मद्देनजर अपने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टियाँ रद्द कर दी हैं।
सीमा पूरी तरह सील, सेना हाई अलर्ट पर
‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद राजस्थान से सटी 1037 किलोमीटर लंबी भारत-पाक सीमा को पूरी तरह सील कर दिया गया है। बीएसएफ और वायुसेना को अलर्ट मोड पर रखा गया है। वेस्टर्न सेक्टर के सभी एयरबेस हाई अलर्ट पर हैं और कॉम्बैट पेट्रोलिंग लगातार जारी है। बीएसएफ जवान जीरो लाइन तक गश्त कर रहे हैं और किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। एंटी-ड्रोन सिस्टम भी सक्रिय रखा गया है।
शैक्षणिक संस्थानों में छुट्टियाँ, आपदा प्रबंधन निर्देश लागू
जैसलमेर में सभी शैक्षणिक संस्थानों में अवकाश घोषित किया गया है। फलोदी में विद्यार्थियों को छुट्टी दी गई है, लेकिन शिक्षकों और स्टाफ को उपस्थित रहना अनिवार्य है; परीक्षाएं स्थगित कर दी गई हैं। बाड़मेर, श्रीगंगानगर और बीकानेर में सभी स्कूल, आंगनबाड़ी और मदरसे बंद कर दिए गए हैं।
आपातकालीन व्यवस्थाएं सुदृढ़
गृह विभाग ने सभी जिलों के कलेक्टरों को आपदा प्रबंधन संबंधी आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए हैं। अस्पतालों को डॉक्टरों, दवाओं और रक्त की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा गया है। पेट्रोल पंपों को अनिवार्य रूप से 2000 लीटर पेट्रोल और 5000 लीटर डीजल का भंडारण बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं।
सोशल मीडिया पर निगरानी और चेतावनी
सरकार ने सोशल मीडिया पर देशविरोधी और भड़काऊ सामग्री फैलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है और संबंधित एजेंसियों को निगरानी बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।
अलर्ट पर है राजस्थान
राजस्थान के सीमावर्ती इलाकों में हालात अत्यंत संवेदनशील बने हुए हैं। प्रशासन, सुरक्षा बल और आम नागरिक पूरी तरह सतर्क हैं। सरकार ने शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए हैं।