पंचांग : शुक्रवार, 16 मई 2025
आज विक्रम संवत् 2082, शक संवत् 1946 का ज्येष्ठ मास (दक्षिण भारत में वैशाख), कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि है। शुक्रवार के दिन विशेष संकष्टी चतुर्थी का योग बन रहा है।

🌅 सूर्योदय के समय की ग्रह स्थिति:
- सूर्य – वृष राशि में
- चंद्रमा – धनु राशि में
- मंगल – कर्क राशि में
- बुध – मेष राशि में
- गुरु (बृहस्पति) – मिथुन राशि में
- शुक्र, शनि व राहु – मीन राशि में
- केतु – कन्या राशि में
🕰️ लग्नारंभ समय:
- वृष – 05:14 AM
- मिथुन – 07:16 AM
- कर्क – 09:30 AM
- सिंह – 11:46 AM
- कन्या – 01:58 PM
- तुला – 04:08 PM
- वृश्चिक – 06:23 PM
- धनु – 08:39 PM
- मकर – 10:44 PM
- कुंभ – 12:31 AM (17 मई)
- मीन – 02:03 AM
- मेष – 03:34 AM
🪔 तिथि एवं नक्षत्र:
- चतुर्थी तिथि का समापन – प्रातः 05:14 बजे
- नक्षत्र – मूल, समाप्ति समय 16:08 बजे
- योग – सिद्ध, समाप्ति 07:14 बजे
- करण – बव समाप्ति 16:42 बजे, तत्पश्चात बालव
📌 अन्य सूचनाएँ:
- दिशा शूल – पश्चिम दिशा
- ऋतु – ग्रीष्म
- सूर्य – उत्तरायन
- चंद्रायु – 18.2 घंटे
- विशेष – संकष्टी चतुर्थी व्रत आज श्रद्धा व आस्था से मनाया जाएगा।
📜 कालगणना:
- कलियुग संवत् – 5125
- हिजरी सन् – 1446, महीना – जिल्काद, तारीख – 17
- वीर निर्वाण संवत् – 2551
- जूलियन दिनांक – 2460811.5
- कलि अहर्गण – 1872346
🔔 आज का दिन विशेष पुण्य और व्रत का है। चतुर्थी का व्रत गणेश जी को समर्पित होता है। संकटों से मुक्ति और मनोकामना पूर्ति हेतु संकष्टी चतुर्थी व्रत का विशेष महत्व है।