बलरामपुर, 10 मई। जिले के लुरघुट्टा में आयोजित समाधान शिविर के दौरान कलेक्टर डॉ. राजेंद्र कटारा ने राज्य शासन द्वारा पंजीयन विभाग में शुरू की गई ‘रजिस्ट्री में 10 क्रांतियां’ योजना की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस पहल का उद्देश्य पंजीयन सेवाओं को अधिक पारदर्शी, सरल और नागरिकों के अनुकूल बनाना है।
कलेक्टर ने बताया कि इस योजना के लागू होने से नागरिकों को बार-बार पंजीयन कार्यालय के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे, और साथ ही फर्जीवाड़ा रोकने में भी मदद मिलेगी। इसके लिए आधार आधारित सत्यापन की व्यवस्था की गई है जिससे फर्जी रजिस्ट्री पर नियंत्रण होगा।
उन्होंने बताया कि अब नागरिक रजिस्ट्री दस्तावेज की खोज एवं डाउनलोड कर सकते हैं जिससे क्रेता पहले ही यह जान सकेगा कि जमीन विवादित या बंधक तो नहीं है। साथ ही ऑनलाइन भारमुक्त प्रमाणपत्र, कैशलेस भुगतान व्यवस्था, व्हाट्सएप सेवाएं, और डिजीलॉकर सुविधा के माध्यम से दस्तावेज डिजिटल रूप में सुरक्षित रहेंगे और उन्हें कभी भी डाउनलोड किया जा सकेगा।
इसके अलावा, घरों से ही स्टांप सहित दस्तावेजों का निर्माण, घर बैठे रजिस्ट्री प्रक्रिया, और रजिस्ट्री के साथ स्वतः नामांतरण जैसी सुविधाएं भी उपलब्ध होंगी।
यह योजना नागरिकों को सम्पत्ति पंजीयन से जुड़े झंझटों से मुक्ति दिलाने की दिशा में एक बड़ा कदम है और इससे प्रशासन में पारदर्शिता व भरोसे को बढ़ावा मिलेगा।