मुंबई की शान मानराज प्रतिष्ठान ने अपनी 391वीं निःशुल्क चिकित्सा शिविर का आयोजन गौतम चोकाजी पिकेराव के सहयोग से आरे मिल्क कॉलोनी में किया। इस शिविर में 173 मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया और कई लोगों को आवश्यक चिकित्सा सहायता प्रदान की गई।
शिविर की प्रमुख विशेषताएं:
✅ कुल मरीजों की संख्या: 173
✅ निःशुल्क चश्मे वितरित: 43
✅ अस्थमा जांच: 15 मरीजों की जाँच की गई
✅ थायरॉइड टेस्ट: 25 मरीजों की जांच की गई
✅ ब्लड शुगर टेस्ट: 10 मरीजों की जांच की गई
जनजातीय जीवन की हकीकत – मुंबई में भी आदिवासी जीवन!
इस अवसर पर मानोज नाथानी ने कहा,
“यह देखकर हैरानी होती है कि मुंबई जैसे महानगर में भी आरे मिल्क कॉलोनी के कई पाड़ों में लोग आज भी आदिवासी जीवन जीने को मजबूर हैं। बुनियादी स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी के कारण ये लोग कई गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हैं। हमारा उद्देश्य इन्हें निःशुल्क चिकित्सा सहायता और आवश्यक सुविधाएँ प्रदान करना है, ताकि वे भी स्वस्थ और बेहतर जीवन जी सकें।”
जनसेवा की ओर एक और कदम
मानराज प्रतिष्ठान की इस पहल से एक बार फिर यह साबित हुआ कि समाज सेवा केवल शब्दों तक सीमित नहीं होनी चाहिए, बल्कि इसे धरातल पर अमल में लाना जरूरी है। यह चिकित्सा शिविर न केवल बीमारियों की पहचान और उपचार में मददगार रहा, बल्कि इससे मुंबई के उपेक्षित इलाकों में स्वास्थ्य सेवाओं की आवश्यकता को भी उजागर किया।
आगे भी जारी रहेगा जनसेवा का सफर
मानराज प्रतिष्ठान आगे भी इसी समर्पण के साथ जरूरतमंदों की सेवा करता रहेगा। संस्था का उद्देश्य समाज के हर तबके तक स्वास्थ्य सुविधाएँ पहुँचाना और उनका जीवन बेहतर बनाना है।
🚑 सेवा ही सच्ची मानवता है! 🙏