उत्तरकाशी, 30 अप्रैल। अक्षय तृतीया के पावन अवसर पर बुधवार सुबह 10:30 बजे गंगोत्री धाम के कपाट विधिवत रूप से श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए। इस शुभ घड़ी पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रथम पूजा कर मां गंगा से देश और प्रदेश की सुख-समृद्धि की कामना की।

मुख्यमंत्री धामी ने इसे उत्तराखंडवासियों के लिए एक उत्सव की तरह बताया और देशभर के श्रद्धालुओं को चारधाम यात्रा में सम्मिलित होने का आमंत्रण दिया। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने यात्रा को सुगम और सुरक्षित बनाने के लिए सभी तैयारियाँ पूर्ण कर ली हैं।
गंगोत्री धाम में तीर्थ पुरोहितों ने वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच मां गंगा की चल विग्रह (भोग मूर्ति) को गर्भगृह में स्थापित कर विधिपूर्वक पूजा संपन्न कराई। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम से पहली पूजा संपन्न की गई। कपाट खुलते ही गंगोत्री धाम “हर-हर गंगे” के जयघोष से गूंज उठा और मंदिर परिसर में फूलों की वर्षा की गई।
इस अवसर पर बड़ी संख्या में तीर्थ यात्री, स्थानीय जनप्रतिनिधि और अधिकारी उपस्थित रहे। वहीं, तीर्थ पुरोहितों ने मुख्यमंत्री के समक्ष झांगला मोटर मार्ग निर्माण की मांग भी रखी।
चारधाम यात्रा की शुरुआत के साथ ही यमुनोत्री धाम के कपाट भी तय मुहूर्तानुसार प्रातः 11:55 बजे श्रद्धालुओं के लिए खोले गए। देवी यमुना की डोली पारंपरिक रूप से खरसाली गांव से धाम पहुंची थी। चारधाम यात्रा की परंपरा वामावर्ती क्रम में होती है, जिसमें यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बदरीनाथ शामिल हैं।
इस पावन अवसर पर गंगोत्री मंदिर समिति के अध्यक्ष धर्मानंद सेमवाल, सचिव सुरेश सेमवाल, विधायक सुरेश चौहान, पूर्व विधायक विजय पाल सजवाण, जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट, पुलिस अधीक्षक सरिता डोबाल सहित कई वरिष्ठ अधिकारी एवं गणमान्यजन उपस्थित रहे।