वॉशिंगटन, 12 जून।
अमेरिकन मेडिकल एसोसिएशन (AMA) के 178 वर्षों के इतिहास में पहली बार एक भारतीय मूल के डॉक्टर को संगठन का नेतृत्व सौंपा गया है। डॉ. श्रीनिवास मुक्कमाला, जिन्हें लोग स्नेह से बॉबी मुक्कमाला कहते हैं, अब AMA के 180वें अध्यक्ष बन गए हैं। वे एक कुशल ओटोलरींगोलॉजिस्ट (ENT स्पेशलिस्ट) भी हैं।
10 जून की रात शिकागो स्थित हयात रीजेंसी में हुए औपचारिक समारोह में उन्होंने अध्यक्ष पद की शपथ ली। इस मौके पर उन्होंने कहा, “यह मेरे लिए एक बेहद भावुक क्षण है जिसे शब्दों में व्यक्त करना मुश्किल है। यह मेरे जीवन का सबसे अभूतपूर्व अनुभव है।”
बीते नवंबर में 53 वर्षीय डॉ. मुक्कमाला को अपने मस्तिष्क के बाएं हिस्से में 8 सेमी का टेम्पोरल लोब ट्यूमर पाया गया था। तीन सप्ताह के भीतर उनकी सर्जरी की गई, जिसमें 90% ट्यूमर हटा लिया गया। उन्हें रेडिएशन और कीमोथेरेपी से राहत मिली और डॉक्टरों ने अनुमान लगाया कि वे कम से कम 20 साल और जीवित रह सकते हैं।
इस मौके पर उन्होंने कहा, “मैं आज यहां खड़ा हूं तो यह मेरे डॉक्टरों की विशेषज्ञता, मेरे परिवार और दोस्तों के अटूट प्यार और समर्थन के कारण है। स्वास्थ्य व्यवस्था में खामियां हैं, लेकिन अच्छाइयों के कारण ही मैं आज जीवित हूं। अमेरिका की स्वास्थ्य सेवा प्रणाली अब भी दुनिया की सर्वश्रेष्ठ व्यवस्थाओं में से एक है।”
मिशिगन के फ्लिंट शहर में रहने वाले डॉ. मुक्कमाला ने वर्षों तक आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों का मुफ्त इलाज किया है। उनकी पत्नी डॉ. नीता कुलकर्णी एक स्त्री रोग विशेषज्ञ हैं। उन्होंने कहा कि फ्लिंट शहर अमेरिका की स्वास्थ्य चुनौतियों का प्रतीक है। यहां लोगों की औसत जीवन प्रत्याशा आसपास के उपनगरों की तुलना में लगभग 12 साल कम है। मरीजों को विशेषज्ञ डॉक्टरों से मिलने के लिए महीनों इंतज़ार करना पड़ता है।