मुंबई, 30 अप्रैल – नवी मुंबई पुलिस की विशेष जांच टीम (एसआईटी) ने एक बड़े ड्रग सिंडिकेट का पर्दाफाश करते हुए कस्टम अधिकारी और दो पुलिसकर्मियों सहित कुल 10 लोगों को गिरफ्तार किया है। इन आरोपियों के पास से कुल 73 लाख रुपये मूल्य की प्रतिबंधित ड्रग्स, संपत्ति और अन्य सामग्री जब्त की गई है। पुलिस को संदेह है कि इस पूरे रैकेट के पीछे विदेश में रह रहा व्यक्ति ‘चिखर भाई’ मुख्य साजिशकर्ता हो सकता है।

क्राइम ब्रांच के पुलिस उपायुक्त अमित काले ने बताया कि 14 अप्रैल को एक गुप्त सूचना के आधार पर नेरुल पुलिस ने आशीष गवरे (22) और अहमद आल्गी (23) को 17.19 ग्राम ड्रग्स (मूल्य 2.76 लाख रुपये) के साथ गिरफ्तार किया था। इनसे पूछताछ के बाद पुलिस ने सुजीत बंगेरा (28) को हिरासत में लिया, जो अमेरिका और थाईलैंड से ड्रग्स मंगवाता था।
पुलिस जांच में पता चला कि कस्टम अधिकारी प्रशांत गौर ड्रग्स से भरे पार्सल को एयरपोर्ट से मंजूरी दिलवाने में बंगेरा की मदद करता था। इसी आधार पर प्रशांत गौर को गिरफ्तार किया गया। आगे की जांच में सामने आया कि 56 वर्षीय कमल चांदवानी विदेशी ड्रग्स पार्सल रिसीव कर सुजीत बंगेरा को सौंपता था। चांदवानी फर्जी पुलिस पहचान पत्र का इस्तेमाल कर सुरक्षा एजेंसियों को भ्रमित करता था।
चांदवानी की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने खारघर पुलिस स्टेशन में तैनात पुलिसकर्मी सचिन भालेराव और एंटी-नारकोटिक्स यूनिट से जुड़े संजय फुलखर को भी गिरफ्तार किया। जांच में खुलासा हुआ कि इन पुलिसकर्मियों ने चांदवानी को संरक्षण देने और उसकी गिरफ्तारी रोकने के बदले में 6 लाख रुपये की रिश्वत ली थी।
इसके अलावा, क्रिप्टोकरेंसी को नकदी में बदलने वाले अंकित पटेल (37) और रिंकु कुमार पटेल (39) को भी गिरफ्तार किया गया है। ये दोनों ‘टीथर’ (USDT) के माध्यम से धन का लेनदेन कर रहे थे।
पुलिस ने इस मामले में गांजा, हाइड्रोपोनिक गांजा और कोकीन सहित 16.43 लाख रुपये की ड्रग्स, 7 लाख की कार, 14.12 लाख की अन्य संपत्ति सहित कुल 73 लाख रुपये मूल्य का माल जब्त किया है।