मुंबई, 2 फरवरी 2025 – भारत विकास परिषद विलेपार्ले शाखा एवं लोकमान्य सेवा संघ विलेपार्ले के संयुक्त तत्वावधान में सुप्रसिद्ध उद्यमी एवं समाजसेवी श्री हणमंतराव गायकवाड का भव्य सम्मान समारोह एवं उनकी खुली बातचीत का कार्यक्रम शनिवार, 1 फरवरी 2025 को लोकमान्य सेवा संघ सभागृह में आयोजित किया गया।
श्री हणमंतराव गायकवाड, जिन्होंने अत्यंत कठिन परिस्थितियों से निकलकर एक सफल उद्यमी के रूप में अपनी पहचान बनाई है, बचपन से ही समाजसेवा के प्रति समर्पित रहे हैं। उन्होंने अपने कॉलेज के दिनों में ही आठ मित्रों के साथ मिलकर भारत विकास प्रतिष्ठान नामक सामाजिक संस्था की स्थापना की। स्वामी विवेकानंद के विचारों से प्रेरित होकर उन्होंने समाजहित में अनेक महत्वपूर्ण पहल कीं।

बीव्हीजी ग्रुप की सफलता और समाजसेवा
श्री गायकवाड ने भारत विकास ग्रुप (BVG Group) की स्थापना कर विभिन्न संस्थानों और संगठनों को सेवाएं प्रदान करने का कार्य शुरू किया। उन्होंने अत्याधुनिक सफाई मशीनों का उपयोग कर सरकारी कार्यालयों, भवनों, रेलवे स्टेशनों, कॉर्पोरेट सेक्टर, मंदिरों और अन्य सार्वजनिक स्थलों की सफाई व्यवस्था को नया रूप दिया। 2004 में, उनकी कंपनी को भारतीय संसद भवन की सफाई का ठेका मिला। इसके बाद, प्रधानमंत्री निवास और राष्ट्रपति भवन जैसी प्रतिष्ठित जगहों की सफाई का कार्य भी उनकी कंपनी को सौंपा गया।
उनकी सामाजिक प्रतिबद्धता का एक उदाहरण यह भी है कि उन्होंने आळंदी, पंढरपुर और तुळजापुर के मंदिरों की सफाई का कार्य निःशुल्क स्वीकार किया। इसके अलावा, उन्होंने चिकित्सा क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण अनुसंधान किए हैं। कैंसर, फैटी लिवर, कोलेस्ट्रॉल और मोतियाबिंद जैसी बीमारियों के लिए प्रभावी आयुर्वेदिक उपचार विकसित कर लोगों को राहत पहुंचाने का प्रयास किया है।
सम्मान समारोह में गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति
कार्यक्रम के दौरान सुप्रसिद्ध चित्रकार श्री सुहास बहुळकर ने हणमंतराव गायकवाड को सम्मानित किया, जबकि सकाळ ग्रुप की सहसंपादिका मृणालिनी नानिवडेकर ने उनकी प्रेरणादायी जीवन यात्रा पर बातचीत की। उनकी सफलता की कहानी और समाज सेवा की भावना से प्रेरित होकर श्रोताओं ने भावनात्मक रूप से जुड़ाव महसूस किया और कई लोगों ने उनके चरण स्पर्श कर आशीर्वाद भी लिया।
भारत विकास परिषद विलेपार्ले शाखा के अध्यक्ष श्री अविनाश धर्माधिकारी ने इस भव्य कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की थी। कार्यक्रम के समापन पर दर्शकों ने आयोजकों का आभार प्रकट किया और हणमंतराव गायकवाड के विचारों से प्रेरणा लेकर समाज सेवा में योगदान देने की इच्छा जताई।













