कोलकाता, 30 अप्रैल — कोलकाता के बड़ा बाजार क्षेत्र के मेछुआ इलाके में मंगलवार रात एक बहुमंजिला होटल ‘ऋतुराज’ में लगी भीषण आग ने भारी जानमाल का नुकसान किया है। हादसे में एक महिला और दो बच्चों सहित 14 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 13 लोग झुलस गए हैं। घायलों में से 12 को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है। प्रधानमंत्री मोदी ने इस दुखद घटना पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है।

आग मंगलवार शाम करीब 7:30 बजे लगी थी। सूचना मिलते ही दमकल की 10 गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और आठ घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। आग होटल के दूसरे तल से शुरू हुई और देखते ही देखते ऊपरी मंजिलों तक फैल गई, जिससे 42 कमरों को नुकसान पहुंचा। हादसे के समय होटल में करीब 88 मेहमान और 60 स्टाफ सदस्य मौजूद थे।
धुएं से पूरा होटल गैस चैंबर की तरह बन गया, जिससे बचाव कार्य में बड़ी कठिनाई आई। दमकलकर्मियों ने खिड़कियां तोड़कर अंदर प्रवेश किया और लोगों को बाहर निकाला। घटना की गंभीरता को देखते हुए कोलकाता पुलिस ने विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है। बुधवार को फॉरेंसिक टीम द्वारा जांच की जाएगी कि आग किस वजह से लगी और क्या इसमें किसी की लापरवाही थी।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी घटना पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “बड़ा बाजार में हुई इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में 14 लोगों की मृत्यु अत्यंत दुखद है। होटल में ज्वलनशील पदार्थ रखे जाने के कारण यह त्रासदी घटी। मैंने रातभर राहत व बचाव कार्यों की निगरानी की और दमकल की अधिकतम गाड़ियां मौके पर भेजी गईं। मामले की जांच कराई जाएगी।”
होटल एक संकरी गली में स्थित है, जिससे दमकल की गाड़ियों को पहुंचने में परेशानी हुई। आसपास की दुकानें और अवैध निर्माण भी बचाव कार्य में बाधा बने। कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम, पुलिस आयुक्त मनोज वर्मा और मंत्री शशि पांजा रातभर मौके पर मौजूद रहे।
एक व्यक्ति आनंद पासवान ने आग से बचने के लिए ऊंचाई से छलांग लगा दी और गंभीर रूप से घायल हो गए। अस्पताल ले जाते समय उनकी मृत्यु हो गई। कई लोग बालकनी में जाकर जान बचाने की कोशिश कर रहे थे, जिन्हें दमकलकर्मियों ने सुरक्षित नीचे उतारा।
फिलहाल होटल मालिक से पूछताछ की जा रही है और यह जांच जारी है कि क्या होटल में अग्नि सुरक्षा के नियमों का पालन किया गया था।