शिलांग, 09 मई । भारत और पाकिस्तान के बीच संभावित युद्ध की आशंका के मद्देनजर मेघालय सरकार ने बांग्लादेश से लगती अंतरराष्ट्रीय सीमा के संवेदनशील इलाकों में रात का कर्फ्यू लगाने का निर्णय लिया है। इसका उद्देश्य घुसपैठ और तस्करी जैसी गतिविधियों पर प्रभावी नियंत्रण स्थापित करना है।

राज्य के गृह विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि करीब 40 किलोमीटर लंबा ऐसा क्षेत्र, जहां सीमा पर बाड़ नहीं है, विशेष रूप से संवेदनशील माना गया है। इस क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने के लिए रात आठ बजे से सुबह छह बजे तक कर्फ्यू लगाया गया है।
उन्होंने बताया कि पश्चिम जयंतिया हिल्स जिले में ‘शून्य रेखा’ से 200 मीटर की दूरी तक यह कर्फ्यू प्रभावी रहेगा। इस दौरान सीमा क्षेत्र में आम लोगों की आवाजाही, अनधिकृत जुलूस, पांच या अधिक लोगों का एकत्र होना, और हथियार या संदिग्ध उपकरणों के साथ सीमा पार करने की किसी भी कोशिश पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा।
अधिकारी ने कहा, “सुरक्षा एजेंसियों से मिली जानकारी के अनुसार आतंकवादी संगठनों के सदस्य, तस्कर और अन्य आपराधिक तत्व रात के समय इस बिना बाड़ वाले क्षेत्र से घुसपैठ की कोशिश कर सकते हैं।”
गृह विभाग ने संबंधित सीमावर्ती जिलों के उपायुक्तों को निर्देश दिए हैं कि वे घुसपैठ और तस्करी की घटनाओं को रोकने के लिए सतर्कता और निगरानी बढ़ाएं।
उल्लेखनीय है कि भूगोलिक परिस्थितियों के कारण मेघालय की कुल 444 किलोमीटर लंबी बांग्लादेश सीमा में से लगभग 40 किलोमीटर क्षेत्र में अब तक बाड़ नहीं लगाई जा सकी है, जो सुरक्षा के लिहाज से एक गंभीर चुनौती बनी हुई है।