देहरादून, 06 जून। प्रेमनगर थाना क्षेत्र में स्टोन क्रशर मालिक और भाजपा नेता रोहित नेगी की हत्या के मामले में मुख्य आरोपितों को पुलिस ने एक मुठभेड़ के बाद पकड़ लिया है। यह मुठभेड़ मुजफ्फरनगर-मंगलौर बॉर्डर पर हुई, जहां पुलिस ने दोनों आरोपितों को देखा और उनका पीछा किया। भागने की कोशिश में आरोपितों ने पुलिस पर फायरिंग की, जिसके जवाब में हुई गोलीबारी में दोनों के पैरों में गोली लगी। घायल अवस्था में उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने जानकारी दी कि हत्या के बाद पुलिस ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई संभावित ठिकानों पर छापेमारी की थी। देर रात पुलिस ने दो आरोपितों – मोहम्मद अजहर त्यागी (निवासी मुजफ्फरनगर) और आयुष उर्फ सिकंदर (निवासी शामली) – को बॉर्डर के पास संदिग्ध स्थिति में देखा।
जांच के अनुसार, घटना वाली रात रोहित नेगी अपने पांच-छह दोस्तों के साथ पार्टी कर रहे थे, जिनमें एक युवती भी मौजूद थी। पार्टी के दौरान उस युवती के फोन पर अजहर मलिक का कॉल आया और दोनों में विवाद शुरू हो गया। रोहित ने बीच में दखल दिया और अजहर को युवती को गालियां देने से रोका। इसके बाद सभी दोस्त घर के लिए निकल पड़े।
लेकिन अजहर पहले से ही एक दोस्त के साथ बाइक पर वहां मौजूद था। जैसे ही रोहित ने अपनी कार रोकी, अजहर ने कार की विंडस्क्रीन के पास से गोली चला दी, जो सीधे रोहित के गले में जा लगी। घायल रोहित को दोस्त अस्पताल ले गए, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
इस हत्याकांड के बाद पुलिस पर आरोपितों को पकड़ने का भारी दबाव था। मुठभेड़ के बाद दोनों की गिरफ्तारी से पुलिस को बड़ी सफलता मिली है।