नई दिल्ली, 08 मई । देश में मौजूदा सुरक्षा परिदृश्य को देखते हुए नागर विमानन सुरक्षा ब्यूरो (बीसीएएस) ने देश के सभी हवाई अड्डों और विमानन कंपनियों को सुरक्षा मानकों को और अधिक कड़ा करने के निर्देश जारी किए हैं।

बीसीएएस द्वारा जारी नए दिशानिर्देशों के तहत अब हर यात्री को उड़ान में सवार होने से पहले “सेकेंडरी लैडर पॉइंट चेक” (SLPC) से गुजरना अनिवार्य कर दिया गया है। यह अतिरिक्त जांच बोर्डिंग गेट पर की जाएगी, जिससे संभावित खतरों को समय रहते रोका जा सके।
साथ ही, टर्मिनल भवनों में विजिटर्स के प्रवेश पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय से जुड़े अधिकारियों के अनुसार, सुरक्षा की संवेदनशीलता को देखते हुए कुछ प्रमुख उड़ानों में एयर मार्शल्स की तैनाती भी की जाएगी, ताकि किसी भी आपात स्थिति में तत्काल कार्रवाई की जा सके।
इस निर्णय के बाद सभी प्रमुख हवाई अड्डों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। यात्रियों से अपील की गई है कि वे यात्रा से पहले पर्याप्त समय लेकर एयरपोर्ट पहुंचे और अपने सभी आवश्यक दस्तावेज अपने पास रखें।
एयरलाइनों ने भी यात्रियों को इस संदर्भ में नई यात्रा सलाह (ट्रैवल एडवाइजरी) जारी की है:
- एयर इंडिया ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया चैनलों पर बताया:
- “सुरक्षा जांच प्रक्रिया में संभावित देरी को देखते हुए सभी यात्रियों से अनुरोध है कि वे निर्धारित उड़ान से कम से कम 3 घंटे पहले एयरपोर्ट पहुंचें। कृपया ध्यान दें कि उड़ान से 75 मिनट पहले चेक-इन काउंटर बंद कर दिए जाएंगे।”
- आकासा एयर ने भी सलाह दी:
“बढ़ी हुई सुरक्षा प्रक्रियाओं के मद्देनज़र सभी यात्री कम से कम 3 घंटे पहले एयरपोर्ट पहुंचे। केवल एक हैंडबैग (अधिकतम 7 किलोग्राम) की अनुमति होगी। बोर्डिंग से पहले द्वितीय स्तर की सुरक्षा जांच अनिवार्य होगी।” - इंडिगो और स्पाइसजेट ने भी यात्रियों को अतिरिक्त समय लेकर पहुंचने की सलाह दी है। उन्होंने कहा, “इन असाधारण परिस्थितियों में यात्रियों का धैर्य और सहयोग अत्यंत सराहनीय है।”
यात्रियों से अनुरोध किया गया है कि वे एयरपोर्ट पर समय से पहले पहुंचकर चेक-इन और सुरक्षा जांच प्रक्रिया को सहज बनाए रखें।