मुम्बई, 22 जून 2025 (रविवार):
यह रविवार कुछ अलग था। सेवा और संवेदनशीलता की मिसाल पेश की गई मुम्बई के सबसे पुराने और प्रतिष्ठित अनाथालयों में से एक “बायरमजी जीजीभॉय होम फॉर चिल्ड्रन” में। वरिष्ठ होम्योपैथी चिकित्सक डॉ. वैशाली अ. भिडे (एमडी होम्योपैथी) के नेतृत्व में एक नि:शुल्क होम्योपैथिक चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें न केवल बच्चों के शारीरिक स्वास्थ्य की जांच की गई, बल्कि उनके भावनात्मक और मानसिक स्वास्थ्य पर भी विशेष ध्यान दिया गया।

इस शिविर में भाग लेने वाले डॉक्टरों की टीम ने नन्हें-मुन्हें बच्चों को बीमारी से राहत देने के साथ-साथ जीवन में “हर काम में अपना 100% देने की प्रेरणा” भी दी। डॉ. वैशाली ने बच्चों के साथ मिलकर ऑटिज़्म और समावेशिता जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर बातचीत की, जिससे बच्चों में आत्मविश्वास बढ़ा और उन्हें सामाजिक विविधताओं को समझने का अवसर मिला।

डॉक्टरों की समर्पित टीम:
डॉ. वैशाली अ. भिडे (शिविर प्रमुख)
डॉ. रुचि मेहता
डॉ.स्नेहा बरसानिया (एमडी)
डॉ. परिक्षित महिमकर
डॉ. जान्हवी कामेरकर (एमडी)
डॉ. हर्षदा जक्कुला (एमडी)
डॉ. विनय धोत्रे
डॉ. भाग्यश्री वी. वर्मा (एमडी)
डॉ. निखिल कांबली
डॉ. रजुल परमार
डॉ. एंजल डार्विन
डॉ. संतोष जोशी
डॉ. प्रवीण एस. पवार
डॉ. रक्षा ठक्कर
डॉ. आशिता नांदगावकर
डॉ. स्वर्ण जयंती
डॉ. सरिता जे मॅडी (एमडी)
डॉ. वायरल मोदी (एमडी)
डॉ. वर्षा म्हास्के विचारे

मन से सेवा करने वाली संस्था: मनराज प्रतिष्ठान
इस शिविर में मनोज राजन नाथानी (ट्रस्टी, मनराज प्रतिष्ठान) विशेष रूप से उपस्थित रहे। उन्होंने अपने प्रतिष्ठान की ओर से हर बच्चे के लिए एक जोड़ी चप्पल, एक टी-शर्ट व शॉर्ट्स, साथ ही सभी बच्चों व डॉक्टरों के लिए स्वादिष्ट स्नैक्स की व्यवस्था की। बच्चों के चेहरों पर जो मुस्कान थी, वह इस सेवा के हर पल को सार्थक बना गई।

डॉ. वैशाली भिडे और उनकी टीम का यह प्रयास समाज के लिए एक मिसाल है – यह बताने के लिए कि सेवा का कोई मूल्य नहीं होता, लेकिन उसका असर जीवन भर रहता है।
यह रविवार सिर्फ एक दिन नहीं था, यह समाज के प्रति हमारी ज़िम्मेदारी की याद दिलाने वाला दिन था।