मुंबई, 12 मार्च । महाराष्ट्र के परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक ने बुधवार को घोषणा की कि राज्य सरकार सड़क दुर्घटनाओं को नियंत्रित करने और दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों को कम करने के लिए नए कदम उठा रही है। अब शराब के साथ-साथ नशे की अन्य दवाओं (ड्रग्स) के सेवन की भी जांच की जाएगी। इसके लिए परिवहन विभाग को जल्द ही ड्रग्स परीक्षण मशीनें प्रदान की जाएंगी।

विधानसभा में सड़क सुरक्षा पर चर्चा के दौरान सरनाईक ने कहा कि देशभर में सड़क दुर्घटनाओं की संख्या में वृद्धि हो रही है, जिससे मौतों का आंकड़ा भी बढ़ रहा है। हालांकि, महाराष्ट्र में पिछले वर्ष की तुलना में दुर्घटनाओं की दर में 0.02 फीसदी की कमी दर्ज की गई है, जिससे मृत्यु दर भी घटी है। सरकार ने जिला योजना समिति की 1% निधि को विशेष रूप से सड़क सुरक्षा के लिए आरक्षित किया है। इस निधि से सड़क सुरक्षा उपायों को लागू किया जाएगा।
गति नियंत्रण के लिए परिवहन विभाग ने 263 इंटरसेप्टर वाहनों की खरीद की है। ड्राइविंग लाइसेंस जारी करने की प्रक्रिया को और सख्त बना दिया गया है, जिससे केवल योग्य उम्मीदवारों को ही लाइसेंस मिल सके। राज्य में 38 स्थानों पर स्वचालित ड्राइविंग परीक्षण शुरू किए गए हैं, जहां अब तक 70% आवेदक अयोग्य पाए गए हैं। जल्द ही, लाइसेंस जारी करने की प्रक्रिया में स्वचालित टेस्ट ट्रैक का उपयोग अनिवार्य किया जाएगा। यातायात नियमों के उल्लंघन पर नजर रखने और दंड प्रक्रिया को प्रभावी बनाने के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) का उपयोग भी किया जाएगा।
परिवहन मंत्री ने आगे बताया कि राज्य के 9 राष्ट्रीय राजमार्गों और 21,400 किलोमीटर लंबी प्रमुख सड़कों पर दुर्घटनाओं के लिए संवेदनशील स्थानों की पहचान कर एकीकृत यातायात प्रबंधन प्रणाली स्थापित करने की योजना है। नागरिकों में यातायात नियमों के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। मुंबई में सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए यातायात नियमों को सख्ती से लागू किया जाएगा।
महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम (MSRTC) की बसों से होने वाली दुर्घटनाओं में मृत्यु होने पर पीड़ित परिवार को 10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी। वन एवं लोक निर्माण विभाग के सहयोग से संभावित दुर्घटना स्थलों की मरम्मत की जाएगी। इसके अलावा, स्कूल पाठ्यक्रम में यातायात नियमों से संबंधित विषयों को शामिल करने पर विचार किया जा रहा है।
इस चर्चा में अतुल भातखलकर, योगेश सागर, ज्योति गायकवाड़, सुधीर मुनगंटीवार, गोपीचंद पडालकर, डॉ. नितिन राउत, अभिमन्यु पवार, आदित्य ठाकरे और विश्वजीत कदम सहित कई विधायकों ने भाग लिया।