श्रीनगर, 08 मई । भारत द्वारा हाल ही में पहलगाम आतंकी हमले का मुंहतोड़ जवाब देने के बाद भले ही पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय मंचों पर शांति की बात कर रहा हो, लेकिन उसकी सेना जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर उकसावे वाली कार्रवाई करने से बाज नहीं आ रही। बुधवार तड़के पाकिस्तान की सेना ने कुपवाड़ा, बारामूला, उरी और अखनूर इलाकों में सीमा पार से अचानक गोलीबारी शुरू कर दी।

सैन्य सूत्रों के अनुसार, 07-08 मई की दरमियानी रात को पाकिस्तान की अग्रिम चौकियों से छोटे हथियारों और मोर्टार से बिना किसी उकसावे के भारतीय इलाकों पर गोलाबारी की गई। भारतीय सेना ने इस हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया।
कुपवाड़ा के करनाह इलाके में पाकिस्तान द्वारा किए गए हमले में नागरिक क्षेत्रों को निशाना बनाया गया। हालांकि, अब तक किसी तरह के जान-माल के नुकसान की खबर नहीं है। हमले के बाद स्थानीय नागरिकों ने सुरक्षित स्थानों पर शरण ली है।
बताया जा रहा है कि पाकिस्तान की यह गोलाबारी ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद की गई है, जिसमें भारतीय सुरक्षा बलों ने पाकिस्तान के आतंकी ढांचे को भारी नुकसान पहुंचाया था।
सुरक्षा कारणों से शिक्षण संस्थान बंद
बढ़ते तनाव को देखते हुए जम्मू और कश्मीर के कई जिलों में बुधवार को शिक्षण संस्थानों को बंद रखा गया। कश्मीर के 10 जिलों में आपातकालीन नियंत्रण कक्ष स्थापित किए गए हैं। श्रीनगर, बारामूला, कुपवाड़ा, गुरेज सहित अन्य संवेदनशील क्षेत्रों में सभी परीक्षाएं स्थगित कर दी गई हैं। कश्मीर विश्वविद्यालय ने भी 10 मई तक सभी परीक्षाएं स्थगित करने की घोषणा की है।
जम्मू संभाग के जम्मू, सांबा, कठुआ, पुंछ और राजौरी जिलों में भी स्कूल-कॉलेज बंद रहे। जम्मू विश्वविद्यालय, क्लस्टर विश्वविद्यालय, आईआईएम और आईआईटी जम्मू में शैक्षणिक गतिविधियों पर अस्थायी रोक लगाई गई है।
प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए है और सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं ताकि नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।