देहरादून, 14 अप्रैल । उत्तराखंड में चार धामों के साथ ही पंच केदारों में से दो मंदिरों के कपाट भी श्रद्धालुओं के लिए खोले जायेंगे। पंचकेदारों में शामिल द्वितीय केदार श्री मद्महेश्वर मंदिर के कपाट 21 मई को शुभ मुहूर्त में कर्क लग्न में पूर्वाह्न 11:30 बजे विधिविधान के साथ खोले जाएंगे। वहीं, तृतीय केदार बाबा तुंगनाथ मंदिर के कपाट 2 मई को मिथुन लग्न में 10:15 बजे भक्तों के दर्शनार्थ खोले जाएंगे।

पौराणिक परंपराओं के अनुसार, पंचकेदारों के गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर, ऊखीमठ में वेदपाठियों द्वारा पंचांग गणना के बाद श्री मद्महेश्वर मंदिर के कपाट खुलने की तिथि घोषित की गई।
वहीं, श्री तुंगनाथ के शीतकालीन गद्दीस्थल मक्कूमठ स्थित मर्केटेश्वर मंदिर में पूजा-अर्चना और पंचांग गणना के पश्चात कपाट खुलने की तिथि तय की गई।
बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) के मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल ने बताया कि तिथियों के निर्धारण के बाद रावल निवास सभागार में यात्रा से जुड़ी तैयारियों की समीक्षा बैठक आयोजित की गई।
बीकेटीसी के मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ ने जानकारी दी कि मद्महेश्वर धाम की चल विग्रह डोली 18 मई को ओंकारेश्वर मंदिर से प्रस्थान करेगी।
- 19 मई को डोली राकेश्वरी मंदिर, रांसी में प्रथम पड़ाव करेगी,
- 20 मई को डोली गौंडार पहुंचेगी,
- और 21 मई को प्रातः श्री मद्महेश्वर मंदिर पहुंचेगी। इसके बाद मंदिर के कपाट विधिविधान से खोले जाएंगे।
इसी तरह, बाबा तुंगनाथ की चल विग्रह डोली
- 30 अप्रैल को भूतनाथ मंदिर, मक्कूमठ पहुंचेगी,
- 1 मई को डोली चोपता प्रवास करेगी,
- और 2 मई की सुबह तुंगनाथ मंदिर पहुंचेगी। इसके बाद मिथुन लग्न में 10:15 बजे कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोले जाएंगे।